
सागर/बीना। बीते कुछ दिनों में बीना क्षेत्र के विकास के लिए भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री एवं अन्य विभागों से ग्रामीण विकास के लिए करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत कराने के बाद बीना लौटी विधायक निर्मला सप्रे जनसेवा का कोई भी अवसर चूकना नहीं चाहती। लगातार जनता के बीच रहकर उनके सुख-दु:ख में, धार्मिक आयोजनों में एवं व्यक्तिगत समस्याओं में वे लगातार आमजनता तक पहुंचकर अपनी सक्रियता एवं जनसेवा का उदाहरण बनती जा रही हैं। तमाम प्रकार के आरोप प्रत्यारोप के बावजूद अपने जनसेवी कार्यों से जरा भी विचलित हुए बिना वे लगातार क्षेत्र के चौमुखी विकास एवं समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष कर रही हैं।
सोमवार को विधायक निर्मला सप्रे सुबह 9 बजे से अपने निवास एवं कार्यालय पर कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद ग्रामीण क्षेत्र की जनता से मिली, जहां उन्होंने जनता दरबार के माध्यम से न सिर्फ लोगों की समस्याएं सुनी बल्कि उन्हें संबंधित अधिकारियों से चर्चा करके सुलझाने के भी निर्देश दिए। जनता दरबार में ग्राम सिलारपुर से आए खिलाडिय़ों की टीम को उन्होंने क्रिकेट किट प्रदान की और स्वस्थ रहकर खेलों को प्रोत्साहन दिया। उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि आप युवा हैं और स्वस्थ मन और शरीर के साथ अपने ग्राम की सेवा में लग जाएं। उन्होंने कहा कि आपकी यह विधायक दीदी हमेशा आपकी हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर रहेगी। इसके उपरांत दूरदराज ग्रामों से आए लोगों एवं महिलाओं से उन्होंने चर्चा की और उनके आवेदन लेकर उनकी समस्याओं को तत्काल सुलझाने के निर्देश दिए।
इसके बाद विधायक अपने व्यस्त शेड्यूल के लिए खिमलासा पहुंची जहां श्रीमद् भागवत कथा के समापन एवं भंडारे वे शामिल हुईं। इस अवसर पर उन्होंने व्यासपीठ पर पहुंचकर कथा व्यास बाल विदुषी सुश्री साक्षी देवी वृंदावन धाम का आशीर्वाद लिया एवं श्रीमद् भागवत की पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि बीना विधानसभा क्षेत्र के खिमलासा में श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने वाले सभी श्रद्धालु धन्य हैं। विधायक ने विधानसभा क्षेत्र में शांति, तरक्की और कल्याण की कामना की। वे इस अवसर पर भंडारे में भी शामिल हुईं।
इसके बाद विधायक निर्मला सप्रे ग्राम किशनपुरा में पहुंची जहां वे शिवकुमार यादव के पिता स्व. मम्मूशंकर यादव की तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल हुईं, उन्होंने स्व. यादव को एक सरल एवं धामिल व्यक्तित्व बताते हुए दिवंगत आत्मा के लिए शांति प्रदान करने ईश्वर से प्रार्थना की और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने शिवकुमार यादव एवं उनके परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल बंधाया और उनके आदर्शों व सिद्धांतों पर चलकर उनका नाम रोशन करने की कामना की।